एक गांव में दो बुजुर्ग दोस्त रहते थे. वह काफ़ी अच्छे दोस्त थे. एक दिन पार्क मे बैठे दोनों वजुर्ग आपस में बातें कर रहे थे. पहला वजुर्ग बोला ...
पहला वजुर्ग बोला :- मेरी एक पोती है. और वह शादी के लायक हो गई हैं. BA किया है, क़द काठ काफ़ी अच्छा हैं. नौकरी भी अच्छी करती हैं . खूब पैसा कमातीं हैं. देखने में सुंदर भी हैं. अगर आपकी नज़र में कोई लडका हो तो बताइएगा.
दूसरा वुज़ुर्ग बोला :- आपकी पोती को किस तरह का परिवार चाहिए?
पहला वुजुर्ग बोला:- कुछ खास नही.. बस लड़के ने ME /M.TECH किया हो, अपना घर हो, कार हो, घर मे AC हो, अपने बाग बग़ीचे हो, अच्छी जॉब हों, अच्छी सैलरी हो, जो मेरी पोती की अच्छी तरह से देख रेख कर सके.
दूसरा वुजुर्ग बोला :- और कुछ डिमांड हो तो बतायें?
पहला वजुर्ग बोला :- हाँ सबसे जरूरी बात यह हैं कि लड़का अकेला-अकेला होना चाहिए.. मां-बाप,भाई-बहन नही होने चाहिए. क्योंकि उस घर में क्या है कि लडाई झगड़े ही होते रहते है.
दूसरे बुजुर्ग की आँखें भर आई फिर आँसू पोछते हुए बोला - मेरे एक दोस्त का पोता है उसके भाई-बहन नही है, मां बाप एक दुर्घटना मे चल बसे, अच्छी नौकरी है, डेढ़ लाख की सैलरी है, गाड़ी है बंगला है, नौकर-चाकर है. सब कुछ हैं. बस एक अच्छा परिवार नहीं हैं.
पहला बजुर्ग बोला :- तो यह तो बहुत अच्छी बात हैं लड़का अकेला ही हैं . तो करवाओ ना रिश्ता पक्का..
दूसरा बज़ुर्ग बोला :- मगर उस लड़के की भी यही शर्त है कि, लडकी के भी मां-बाप, भाई-बहन या कोई रिश्तेदार ना हो. कहते कहते उनका गला भर आया. फिर बोले :- अगर आपका परिवार आत्महत्या कर ले तो बात बन सकती है. आपकी पोती की शादी उससे हो जाएगी और वो बहुत सुखी रहेगी. पहला बज़ुर्ग बोला :- ये क्या बकवास है, हमारा परिवार क्यों करे आत्महत्या. कल को उसकी खुशियों मे, दुःख मे कौन उसके साथ व उसके पास होगा. अर्थात् परिवार तो होना ज़रूरी हैं.
दूसरा बज़ुर्ग बोला :- वाह मेरे दोस्त, खुद का परिवार, परिवार है और दूसरे का कुछ नही. मेरे दोस्त अपने बच्चो को परिवार का महत्व समझाओ, घर के बडे ,घर के छोटे सभी अपनो के लिए जरूरी होते है. वरना इंसान खुशियों का और गम का महत्व ही भूल जाएगा, जिंदगी नीरस बन जाएगी.
पहले वाले बुजुर्ग बेहद शर्मिंदगी के कारण कुछ नही बोल पाए.
दोस्तों परिवार है तो जीवन मे हर खुशी, खुशी लगती है अगर परिवार नही तो किससे अपनी खुशियाँ और गम बांटोगे.
कहने का तात्पर्य यह है कि हमारा परिवार ही हमारा संसार है, हमारे सुख दुख में हमेशा हमारे साथ खड़ा रहता है, इसलिए परिवार को कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए। अपने परिवार के साथ बैठे. उनको टाइम दें. उनकी भावनाओं को समझें. अपने बच्चो को फ़ोन से दूर रख कर अपने परिवार के साथ जोड़े. उन्हें परिवार का असली महत्व समझाए.
Two elderly friends lived in a village. He was a very good friend. One day both the elders sitting in the park were talking to each other.
The first elder said :- I have a granddaughter. And she has become fit for marriage. She has done BA, her height is very good. Does a good job too. Earns lot of money. They are also beautiful to look at. If there is a boy in your eyes then tell me.
Another old man said :- What kind of family does your granddaughter want?
The first elder said :- Nothing special.. Just the boy has done ME / M.TECH, has his own house, car, AC in the house, has his own garden, good job, good salary, which my granddaughter Can take good care of.
The first elder said :- Yes, the most important thing is that the boy should be alone.. There should not be parents, brothers and sisters. Because what is there in that house that fights keep on happening.
Another old man's eyes filled with tears, then he said wiping tears - one of my friends has a grandson, he does not have brothers and sisters, his parents died in an accident, he has a good job, he has a salary of 1.5 lakhs, he has a car, a bungalow, servants- . Everything is there. He wants good family.
The first elder said :- So this is a very good thing, the boy is alone. So get the relationship confirmed..
The second elder said :- But that boy also has the same condition that the girl should not have parents, siblings or any relative. His throat got filled while saying this. Then said :- If your family commits suicide then it can be a matter. Your granddaughter will get married to him and she will be very happy. The first elder said :- What is this nonsense, why should our family commit suicide. Tomorrow in his happiness, in sorrow who will be with him and with him. That means it is necessary to have a family.
The second elder said :- Wow my friend, we have our own family and the other has nothing. My friend, explain the importance of family to your children, the elders of the house and the younger ones are necessary for all the loved ones. Otherwise man will forget the importance of happiness and sorrow, life will become monotonous.
The earlier elders could not say anything due to great embarrassment.
Friends, if there is family then every happiness and joy in life seems to be there, if not family then with whom will you share your happiness and sorrows.
The meaning of saying is that our family is our world, it always stands with us in our happiness and sorrow, so the family should never be abandoned. Sitting with yours family. Give them time. Understand their feelings. Connect with your family by keeping your kids away from the phone. Explain to them the real importance of family.
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