एक गरीब लड़का था। वह लड़का जिसके फैमिली में ज्यादा पैसा नहीं था वो स्कूल के बाद में घर घर जा कर के सामान बेचता था और उस सामान से जो पैसा इसे...
उसने किसी घर का दरवाजा खट खटाया। जब दरवाजा खुला तो अंदर से एक लड़की निकली। लड़की को देख कर हैरान रह गया तो उसने अचानक से घबरा कर के एक गिलास पानी मांग लिया, वो लड़की अंदर गयी और किचन में जा करके सोचने लगी ये लड़का बड़ा परेशान सा है इतनी गर्मी में इधर से उधर सामान बेच रहा है मुझे लगता है। कि कही वो भूखा न हो ,तो वह लड़की एक गिलास दूध ले कर आई और दूध ला कर के इस लड़के को दे दिया और उस लड़के ने दूध लिया और पी लिया साथ ही मन में धीरे धीरे सोच रहा था ऊपर वाला अभी है अभी भी इंसानियत जिन्दा है
उपर वाले का धन्यवाद करना चाहिए। सारी अच्छी बातें इसके दिमाग में आ रही थी कि दूसरे की मदद करनी चाहिए। दूध पिने के बाद इस लड़के ने गिलास वापस दिया और बोला कि इसके बदलें में कितने पैसे दू तो लड़की ने कहा कि पैसे क्यों दोगे,मेरे मां -बाप हमेशा मुझे कहते है कि अगर किसी की मदद करे तो पैसे नहीं लेने चाहिए। यह मेरी माँ बाप के दिए हुए संस्कार है, जो मै आज तक करती आई हूँ तो लड़की ने कहा कि हमें कोई सामान नहीं चाहिए तो फिर इस लड़के ने कहा कि तो फिर मैं आपको सिर्फ दिल से धन्यवाद कहूँगा । कि आपने मेरी मदद की मुझे भूख लगी थी आपने भूखे को दूध पीला दिया आपका बहुत बहुत शुक्रिया। ऐसा बोल कर के वो वहां से चल दिया और गली में जब जा रहा था तो सोच रहा था की इंसानियत अभी जिन्दा है वो लड़की मेरे लिए एक गिलास दूध लेके आ गयी मेरी मदद कर दी ऊपर वाल मदद करता है।
बहुत सारी अच्छी अच्छी बाते इसके दिमाग में चल रही थी। ये बात आयी गयी हो गयी इस लड़के ने पढ़ाई पूरी की स्कूल ,कॉलेज की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद बड़े शहर में एक बड़ा डॉक्टर बन गया। इधर ये जो लड़की थी जब वो बड़ी हो रही थी तो इसकी फैमिली की स्तिथि बदल गयी। इस लड़की की तबियत बिगड़ गयी वहा के लोकल डॉक्टर ने कहा इसे बड़े शहर में ले जाइये बड़े डॉक्टर को दिखाइए तो इसे ले जा कर के एक बड़े से हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया। वही हॉस्पिटल जहा ये लड़का डॉक्टर बन चूका था इस लड़के के पास में वो केस आया कि इस तरीके से एक लड़की सीरियस स्तिथि में है। बीमार है ICU में रखी गयी है जब लड़के ने उस लड़की के बारे में पढ़ा गांव का नाम पढ़ा तो लड़के को याद आया कि ये तो वही लड़की है। जा कर के देखा तो उसे समझ आया कि ये तो वही लड़की है। इसकी तो मदद करनी चाहिए। उस लड़के ने एक और एक्सपर्ट डॉक्टर को बुलाया। सारी जी जान लगा दी उसको ठीक करने में. अंततः उसकी तबियत धीरे धीरे ठीक होने लगी। जब वो ठीक हो गयी तो डॉक्टर साहब ने इलाज के बाद में जो बिल बनाया ,उस लिफाफे में एक छोटी सी पर्चि लिख कर के उसमे जोड दी ।
तो ये लिफाफा जब उस लड़की के पास पहुँचता है । तब तक वो ठीक हो चुकी थी तो उसने देखा कि अब बहुत बड़ा बिल आ चूका है तो वह घबरा गयी क्यों कि उसकी फैमिली की स्तिथि ऐसी नहीं थी कि अब इतना बड़ा बिल भर सके लेकिन सोचने लगी कि पता नहीं कितने का बिल आया होगा उसने वो लिफाफा खोला उसमे उस इलाज के बारे में सब कुछ लिखा हुआ था और साथ में एक छोटी सी पर्ची चिपकी हुई थी जिस पर पेन से कुछ लिखा हुआ था तो जब उसने ध्यान से उसे पढ़ा तो उस पर लिखा हुआ था कि आपने इलाज का बिल बहुत सालों पहले एक गिलास दूध से pay कर दिया था ।
तब डॉक्टर साहब वहा पहुंचे उसको देख कर के उस लड़की ने भी पहचान लिया और और रोने लगी कि मैं अपका धन्यबाद कैसे करू आपने मुझे नई जिन्दगी दी हैं , लड़के ने same लड़की वाली बात कही , कहा आप दिल से धन्यवाद मुझे नहीं गोड का करे। आपने उस दिन मुझे दिल से धन्यवाद कहा था आज मैंने आपको दिल से धन्यवाद कहा हैं। अच्छे लोगो में इंसानियत आज भी जिंदा हैं । ये छोटी सी कहानी जिंदगी में बहुत बड़ी बात सिखाती है अगर आप अच्छा करतें हैं तो जिंदगी में अच्छाई घूम कर के अच्छाई अपने पास जरूर आएगी और अगर आप बुरा करते है तो वो बुराई घूम फिर के आपके पास जरूर आएगी इसी लिए तो कहते हैं कि हमेशा अच्छा करो ।
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