बहुत पुरानी बात है . एक राज्य में बहुत ही अमीर आदमी रहता था उसका नाम अमर सिंह था. वह काफ़ी अमीर था मगर खुश नहीं था । उसी राज्य में शाम नाम क...
बहुत पुरानी बात है . एक राज्य में बहुत ही अमीर आदमी रहता था उसका नाम अमर सिंह था. वह काफ़ी अमीर था मगर खुश नहीं था । उसी राज्य में शाम नाम का एक बहुत गरीब आदमी रहता था। काफ़ी गरीब होने के बावजूद भी शाम हमेशा खुश रहता था। एक दिन की बात हैं जब अमर सिंह को शाम के बारे में पता चला तो वह ख़ुशी का राज जानने के लिए उसके घर पर गया । अमर सिंह ने शाम से पूछा - तुम गरीब रहते हुए भी इतने खुश कैसे रहते हों ? मैं अमीर रहते हुए भी इतना खुश नहीं रहता। गरीब शाम ने जबाब दिया- जो होता हैं .अच्छा ही होता हैं “ मैं इसी सिद्धांत पर चलता हूँ। मैं भूत, भविष्य की चिंता नहीं करता। तुम भी इस सिद्धांत को अपना लोगे तो तुम्हें भी कोई दुःख नहीं सताएगा।
अमर सिंह ने भी यही सिद्धांत अपना लिया और ख़ुशी से आनन्द से रहने लगा। कुछ दिन बाद समय के फेरे से अमर सिंह अमीर से गरीब बन गया पर , उसने उस सिद्धांत को नहीं छोड़ा । ग़रीबी से लड़ते हुए अमर सिंह वापिस एक अमीर और प्रसिद्ध विचारक के रूप में प्रसिद्ध हुआ। जब अमर सिंह से किसी ने पूछा - तुम्हारी अमीरी का क्या राज हैं ? तुम इतने अमीर कैसे बन गए?
तब अमर सिंह ने जबाब दिया - जो होता हैं , अच्छा होता हैं । यही सिद्धांत ही मेरी प्रसिद्धि और अमीरी का राज़ हैं । इस लिए कहते हैं जो लिखा हैं वह हो कर ही रहेगा , उसे बदला नहीं जा सकता, जो तुम्हारे नसीब में हैं वो तो तुम्हें मिल ही जाएगा जो नहीं है। वो पास हो कर भी नहीं होगा
बहुत सुंदर
ReplyDeleteहोई है वही जो राम रचि राखा।
Bilkul sahi kha apne 🙏🏻😊🙏🏻
Deleteबहुत सुंदर।हरि करे सो खरी।
ReplyDeleteThank you so much 🙏🏻
Delete